December 13, 2025
राष्ट्रीय

पुलिस ने अंतरजनपदीय नकबजन गिरोह का किया भंडाफोड़ , दो गिरफ्तार

रिपोर्ट- विकास मौर्या

वाराणसी। वाराणसी पुलिस ने एक बड़े अंतरजनपदीय नकबजन गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उसके दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। कपसेठी पुलिस की इस कार्रवाई से ₹1,52,200/- नकद और ₹2.50 लाख मूल्य के जेवरात बरामद किए गए हैं। यह गिरोह कई जिलों में सेंधमारी की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
मामला तब प्रकाश में आया जब 29/30 अगस्त 2025 की रात को कपसेठी थाना क्षेत्र के सरावां गांव में एक घर में चोरी की घटना हुई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मु0अ0सं0 128/2025 के तहत मामला दर्ज कर लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए, फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीमों ने मौके का निरीक्षण किया और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
गुप्त सूचना के आधार पर 12 सितंबर 2025 को पुलिस ने बाहरी नाला पुलिया के पास से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान सुभाष बनवासी (निवासी भकोड़ा, भदोही) और श्यामवृज बनवासी (निवासी बैरी नवादा, गाजीपुर) के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, ये अपराधी पेशेवर नकबजन हैं और घुमंतू जाति से संबंधित हैं।गिरफ्तारी से बचने के लिए ये अपराधी मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करते थे, जिससे इनकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल था।मुख्य सड़कों या हाईवे के बजाय गलियों और छोटे रास्तों से चलते थे, जिससे सीसीटीवी कैमरों से बच सकें।अक्सर रेलवे स्टेशनों के पास ठहरते थे और लंबी दूरी की यात्रा के लिए पैसेंजर ट्रेनों का इस्तेमाल करते थे, जिससे ये सामान्य यात्रियों की भीड़ में छिपे रहते थे।इनका कोई स्थायी निवास नहीं था और ये लगातार अपना ठिकाना बदलते रहते थे, जिससे इनकी पहचान करना और भी मुश्किल हो जाता था।चोरी के बाद, ये चोरी का सारा सामान अपने रिश्तेदारों या अन्य सुरक्षित स्थानों पर छिपा देते थे।गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास से चोरी का भारी सामान बरामद हुआ है, जिसमें ₹1,52,200/- नकद, 9 ग्राम सोने के जेवरात और 1334 ग्राम चांदी के जेवरात शामिल हैं।इसके अलावा, एक वीवो एंड्रॉइड मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है।पूछताछ के दौरान, सुभाष बनवासी ने बताया कि उसने यह चोरी अपने चार साथियों—गोपी बनवासी, कमलेश बनवासी, सुदामा बनवासी और लालजी उर्फ राजकुमार बनवासी—के साथ मिलकर की थी।उसने अपने एक साथी श्यामवृज को चोरी की रकम छिपाने के लिए दी थी। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के तीन साथी (गोपी, कमलेश और सुदामा) पहले ही जौनपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि चौथे साथी लालजी उर्फ राजकुमार की तलाश अभी जारी है।पुलिस अन्य जिलों से भी इन अपराधियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटा रही है।

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