
चौबेपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र में 21 सितंबर 2025 को बभनपुरा गोलीकांड मामले में पुलिस और एक वांछित अपराधी अंकित सिंह के बीच देर रात मुठभेड़ हुई, जिसमें अपराधी के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार वर्मा अनुसार वह अपनी टीम के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। उसी दौरान उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि बभनपुरा अंडरपास के पास गोलीकांड में वांछित अपराधी अंकित सिंह आने वाला है। सूचना पर पुलिस टीम ने तुरंत घेराबंदी की। कुछ देर बाद, एक मोटरसाइकिल पर सवार अंकित सिंह आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन वह भागने लगा। भागते समय उसकी बाइक फिसल गई और वह गिर गया। खुद को घिरा देखकर उसने पुलिस पर जान से मारने की नीयत से दो राउंड फायर किए।जवाबी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार वर्मा और उप-निरीक्षक विकास कुमार मौर्य ने दो-दो राउंड फायरिंग की, जिसमें एक गोली अंकित सिंह के बाएं पैर में लगी। गोली लगने से वह जमीन पर गिर गया और चिल्लाया कि उसे गोली लग गई है।पुलिस ने सावधानीपूर्वक उसके पास जाकर देखा तो उसके दाहिने हाथ में एक देशी पिस्टल थी, जिसे तुरंत कब्जे में ले लिया गया। पूछताछ में अंकित ने अपना नाम अंकित सिंह उर्फ आदर्श सिंह बताया और स्वीकार किया कि उसने अपने पिता, भाई और दोस्तों के साथ मिलकर गौरव सिंह उर्फ मोनू पर गोली चलाई थी। उसने यह भी बताया कि 20-25 दिन पहले भी उसने गौरव पर इसी पिस्टल से फायर किया था, लेकिन वह बच गया था।घायल अंकित को तुरंत सीएचसी नरपतपुर भेजा गया। पुलिस ने मौके से एक देशी पिस्टल, एक खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस और उसकी मोटरसाइकिल बरामद की। उसकी जामा तलाशी में ₹430 भी मिले। फील्ड यूनिट ने मौके पर पहुंचकर फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए। अंकित सिंह चौबेपुर थाना के मु०अ०सं० 589/2025 में पहले से ही वांछित था। पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार वर्मा, उप-निरीक्षक विकास कुमार मौर्य, उप-निरीक्षक रोशन राय और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। गिरफ्तारी और बरामदगी की पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी कराई गई।


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